आज डाक्टरों के संगठन इंडियन मेडिकल एसोसिएशन आफ जमशेदपुर को जब प्रशासन द्वारा औपचारिक रूप से सुचित किया गया कि एमजीएम अस्पताल में इमरजेंसी के डाक्टर के साथ मारपीट के आरोपीयों को गिरफ्तार कर लिया गया है तो आईएमए ने चार दिनों से चली आ रही अपनी हडताल को खत्म करने की विधिवत घोषणा कर दी|
यह दिखाता है कि अगर संगठन में एकता और बल हो तो संगठन हित में कल्याण के नए आयाम स्थापित किए जा सकते हैं| कुछ दिनों पहले न्यायालय के कर्मचारी के ऊपर जानलेवा हमला होने के बाद आरोपी की तुरंत ही गिरफ्तारी हो गई, परंतु जमशेदपुर शहर के कई पत्रकारों के ऊपर जानलेवा हमला होने के बाद भी जमशेदपुर शहर के प्रेस संगठनों की चुप्पी और निष्क्रियता हैरान करती है| मीडिया कप के आयोजन में पत्रकारों को नए जुते दिलवाना बड़ी बात नहीं, बल्कि उनकी पगड़ी और उनके सम्मान की रक्षा करना बड़ी बात है| प्रेस क्लब आफ जमशेदपुर को नए सिरे से असेंबल करने और नए नेतृत्व की सख्त जरूरत है जो प्रखर हो, मुखर हो और निडर होकर और पत्रकार हित के लिए तत्पर हो और सबसे बड़ी बात की स्वस्थ हो…
