अधिवक्ता होने की आड़ में जिस्मफरोशी का दलाल….. संजय सिंह…

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वकालत के पेशे को समाज में बहुत ही सम्मान और आदर के भाव से देखा जाता है और वकील होना एक समय प्रतिष्ठा का प्रतिबिंब माना जाता था, किंतु कालांतर में कुछ ऐसे लज्जाहीन,चरित्रहीन और नैतिक मूल्यों को गिरवी रखने वालों का प्रवेश इस सम्मानित पेशे में होने के बाद इमानदार, मेहनती और काबिल लोगों द्वारा अर्जित सम्मान और गरिमा को ठेस पहूंची है|

और ऐसे ही एक निर्लज्ज और बेशर्म व्यक्ति का नाम संजय सिंह है जो जमशेदपुर शहर का वेश्यावृत्ति के बाजार का सबसे पुराना और बदनाम व्यक्ति है ,जो वेश्यावृत्ति की पिच का सबसे बड़ा खिलाड़ी है| इस व्यक्ति ने अपने देह व्यापार के धंधे को चलाने के लिए 𝙃𝙤𝙩𝙚𝙡 𝙂𝙧𝙖𝙣𝙙 के नाम से एक साकची गुरुद्वारा के ठीक सामने मोहन काम्प्लेक्स में अपना पहला चकलाघर खोला और समाज के नैतिक मूल्यों के पतन का पहला पाठशाला भी|

इस चकलाघर में खुलेआम देह व्यापार का धंधा फलने फूलने लगा और देखते ही देखते होटल ग्रैंड जमशेदपुर शहर का सबसे बड़ा चकलाघर बन गया| समय गुजरने के साथ मोहन काम्प्लेक्स के बाकी दुकानदारों और समाज के प्रबुद्ध लोगों ने संजय सिंह के द्वारा किए जा रहे इस घृणित कार्य का विरोध करना शुरू किया और अनगिनत संख्या में साकची एवं बिष्टुपुर थाना सहित आरक्षी अधिक्षक, उपायुक्त कार्यालय, राज्य पुलिस महानिरीक्षक, मुख्यमंत्री कार्यालय सहित कई लिखित शिकायतें की गईं परंतु देह व्यापार के गंदे कीचड़ का ये बेशर्म जीव अपनी बेशर्मी की दांतों को निपोरता इस चकलाघर का विरोध करने वालों से ही लडता रहा|

इस लडाई में अपने को कमजोर पाकर इस दलाल को एक तरकीब सुझी और काबिल और सभ्य लोगों द्वारा अर्जित अधिवक्ता वर्ग के सम्मानित पेशे पर इस देह व्यापार के दलाल की नजर पडी़ और येन केन प्रकारेण यह अधिवक्ता समुदाय में खुद को शामिल करवाने में सफल हो गया| इसके बाद इस दलाल को खुद को डिफेंड करने का एक हथियार मिल गया और काबिल लोगों द्वारा अर्जित सम्मान को इसने अपने बचाव का साधन बना लिया| इसने बड़ी चालाकी से वकालत का चोला पहनकर खुद के द्वारा संचालित वेश्यावृत्ति के व्यापार का विरोध करने वालों पर उन्हें डराने के लिए फर्जी मुकदमा दर्ज करवाना शुरू किया| इस घाघ आदमी की ये फितरत आज भी बदस्तूर जारी है और इसके चकलाघर में चलने वाले घृणित व्यापार का विरोध करने वालों को लीगल नोटिस भेज कर और फर्जी केस का भय दिखाना जारी है|

परंतु “तक्षक पोस्ट” ने इसके कुकर्मो का पर्दाफाश करते हुए सारे साक्ष्यों के साथ खबर चलाया और इस घिनौने व्यक्ति का असली चेहरा सबके सामने लाकर रख दिया| खुद को डिफेंड करने का परम्परागत हथियार के तौर पर इस दलाल ने तक्षक पोस्ट की टीम पर झठा और मनगढंत आरोप लगाते हुए न्यायालय में शिकायतवाद दर्ज करवाया जो कि माननीय न्यायालय द्वारा आगे जांच के लिए साइबर थाना को भेजा गया परंतु आज एक वर्ष बीत जाने के बाद भी साइबर थाना अपनी जांच रिपोर्ट न्यायालय में दाखिल करने में असफल रहा| प्रत्युत्तर में तक्षक पोस्ट की ओर से विनोद सिंह ने भी न्यायालय में इस वेश्यावृत्ति के दलाल के खिलाफ मामला दर्ज करवाया जिसका नंबर 6380/23 है, ये मामला न्यायालय में विचाराधीन है|

इस व्यक्ति द्वारा खुलेआम धमकी दी जाती है कि न्यायालय के न्यायाधीश और स्थानीय प्रशासन के उच्च पदों पर बैठे लोग इसके बेहद करीबी हैं और इसके बिरादरी के हैं जो कि समाज में भ्रम की स्थिति पैदा करता है|

इस वेश्यावृत्ति के सौदागर की पूरी और घिनौनी कहानी इसके आगे की कड़ी में.. 𝙏𝙤 𝘽𝙚 𝘾𝙤𝙣𝙩𝙞𝙣𝙪𝙚…….

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