दो बार सांसद रहे (दस वर्षों तक), ट्रेनों को हरी झंडी तो खुब दिखाई पर नहीं खुलवा सके केबुल कंपनी….
2024 के लोकसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है और लौहनगरी जमशेदपुर में 25 मई को चुनाव कराने की घोषणा चुनाव आयोग कर चुका है| पिछले दो बार से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ कर जीत हासिल कर लोकसभा के चौखट तक पहुँचने वाले श्री विधुत वरण महतो पर भाजपा ने एक बार फिर से भरोसा जताया है और इस बार तीसरी बार ये लोकसभा पहुंचने के लिए समर में कुद चुके हैं|
इनके दस वर्षों के संसदीय काल में सांसद महोदय ने पूरी निष्ठा और लगन से रेल मंत्री के प्रतिनिधि के रूप में ट्रेनों को हरी झंडी तो खुब दिखाई परंतु वर्षों से अपने उद्धार की राह देख रहे केबुल कंपनी को खुलवाने में सांसद महोदय पुरी तरह नाकाम रहे|
इसके अलावा जमशेदपुर शहर में इसके ओद्योगिक संरचना को देखते हुए एयरपोर्ट का निर्माण करवाने में भी सांसद महोदय असफल साबित हुए|
देवघर के भाजपा सांसद श्री निशिकांत दुबे अपने संसदीय क्षेत्र में अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा बनवाने में सफल रहे| यही नहीं जमशेदपुर में कोई भी ढंग का शिक्षण संस्थान खुलवाने में भी सांसद महोदय असफल रहे, वहीं देवघर में श्री निशिकांत दुबे 𝘼𝙄𝙄𝙈𝙎 की स्थापना करवाने में सफल रहे| देखना दिलचस्प होगा कि क्या इस बार भी मोदी नाम के जहाज पर बैठकर अपनी चुनावी नैया पार लगा पाते हैं या नहीं… |
