महाकवि निराला के एक प्रपौत्र का नाम अखिलेश त्रिपाठी था। नवंबर 2017 में जब एक रोज वह बाजार में सब्जी लेने गए थे, जहां गोली लगने से मौके पर ही दम तोड़ दिया था। नीचे जनेऊ पहने उनकी तस्वीर है। लेकिन खबर यह नहीं है।
दरअसल उन दिनों इलाहाबाद में बर्रू और बच्चा नाम के दो गिरोहों के बीच गैंगवार छिड़ा हुआ था। इस गैंगवार में कई जानें जा चुकी थीं। कई मुकदमे भी दर्ज गए, लेकिन दोनों गैंग में कत्लेआम नहीं रुका।
उस रोज भी बच्चा गिरोह ने बीच बाजार बर्रू गिरोह पर कई राउंड गोलियां चलाई जिसमें निर्दोष अखिलेश की जान चली गई। फिलहाल खबर यह भी नहीं है।
खबर यह है कि उस रोज बच्चा गिरोह का जो नेतृत्व कर रहा था उसका नाम पिंटू महरा था। पिंटू महरा वही है जिसके बारे में मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने सीना फुलाते हुए विधानसभा में दावा किया है कि उसने 45 दिनों में 30 करोड़ कमाए हैं। जिस व्यक्ति का एनकाउंटर होना चाहिए था वह यूपी सरकार और आदित्यनाथ की आंख का तारा बना हुआ है। आखिरी तस्वीर उसी पिंटू महरा की है।

