झारखंड के जंगलों को अवैध कटाई कर रेगिस्तान बनाने का कारोबार पूरी गति से जारी है और उससे भी आश्चर्यजनक बात ये है कि इस खेल में संबंधित विभाग भी अपनी भूमिका अच्छे से निभा कर भ्रष्टाचार के नए कीर्तिमान गढने में व्यस्त है| कल घाटशिला से एक 407 वाहन में अवैध कटाई की लकडियाँ लोड कर जमशेदपुर रवाना किया गया| मानगो डिमना चौक पर उलीडीह थाना के पुलिसकर्मियों द्वारा गुप्त सूत्रों से मिली सुचना के आधार पर गाड़ी को माल सहित पकडा गया|
गाडी पकडने के बाद गाड़ी छुड़ाने के लिए लेन देन का खेल शुरू हो गया, और इसके साथ ही इस मामले को दबाने का प्रयास चालू हो गया| गाड़ी के ड्राइवर ने गाड़ी को मानगो डिमना रोड स्थित ट्रांस्पोर्ट नगर के पार्किंग में ले जाकर खड़ा कर दिया और उस पार्किंग के शुल्क के तौर पर 100 रुपये का भुगतान भी किया| पत्रकारों द्वारा इस संबंध में उलीडीह थाना प्रभारी से जानकारी मांगी तो उन्होंने कुछ भी कहने से साफ मना कर दिया| पटमदा डीएसपी श्री सुमित कुमार से भी काफी कोशिश की गई इस विषय में जानकारी के लिए तो उन्होंने भी कुछ भी कहने से इंकार कर दिया|
पकडी गई गाड़ी का नंबर 𝙱𝚁16𝙶-0698 है| इस गाड़ी को उलीडीह थाना द्वारा मैनेज होने के बाद (ऐसी सुचना है) पार्किंग से निकाल कर 𝙽𝙷-33 स्थित जितेंद्र सिंह के लकड़ी टाल में अनलोड किए जाने की सुचना है| सुचना यह भी है कि इस गाड़ी में साल वृक्ष के पेड़ों की अवैध कटाई कर लाया गया था जिसका बाजार मूल्य लाखों में है|
इस पूरे प्रकरण में वन विभाग की चुप्पी संदेहास्पद है और वन विभाग की ये चुप्पी कई शंकाओं को जन्म देती है| गाड़ी के लकड़ी सहित लोड रहने के पूरे साक्ष्य पार्किंग में में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद है|
