यह बच्ची 15 दिनों से अस्पताल में भर्ती थी
हमारे संवाददाता की विशेष बातचीत में रविकांत शर्मा ने बताया कि 15 दिन पहले बच्ची को वायरल फीवर के चलते टाटा मोटर्स अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में लाया गया जहां इलाज के बाद अचानक बच्ची के चेहरे पर पूरा इन्फेक्शन होती है और पूरा चेहरा भूल गया 15 दिन इलाज लगातार चलने के बाद डॉक्टरों ने दूसरे अस्पताल में ले जाने की सलाह दी। बच्ची को बेहतर इलाज के लिए दूसरे अस्पताल में दाखिल कराया गया और 50000 की जो भुगतान राशि थी उसको माफ कराया गया।


