2024 के लोकसभा चुनाव में तीसरी बार संसद पहुंचने के लिए व्याकुल भाजपा के निवर्तमान सांसद विधुत वरण महतो की बत्ती हो सकती है गुल—-
आंकड़े तो यही कह रहे हैं—
इस बात को समझने के लिए पुराने आंकड़ों पर गौर करना बहुत ही जरुरी है। सबसे पहले बात करते हैं की जमशेदपुर लोकसभा क्षेत्र में विधानसभा की कुल 6 सीटें हैं।
- जमशेदपुर पूर्वी 2. जमशेदपुर पश्चिमी 3. पोटका 4. घाटशिला 5. जुगसलाई 6. बहरागोड़ा।
जमशेदपुर के निवर्तमान सांसद विधुत वरण महतो की राजनीतिक यात्रा पर एक नज़र डालते हैं 2009 के झारखंड विधानसभा चुनाव से…
साल 2009 में जमशेदपुर के सभी 6 विधानसभा सीटों के विजयी प्रत्याशियों की सुची नीचे दे रहा हूँ। - जमशेदपुर पूर्वी- रघुवर दास- भाजपा
- जमशेदपुर पश्चिमी- बन्ना गुप्ता- कांग्रेस
- पोटका- मेनका सरदार- भाजपा
- घाटशिला- रामदास सोरेन- झामुमो
- जुगसलाई- रामचंद्र सहिस- आजसु
- बहरागोड़ा- विधुत वरण महतो- झामुमो
यानि की जमशेदपुर लोकसभा की सभी 6 सीटों पर भाजपा और आजसु मिलाकर तीन सीटों पर काबिज थी। दो सीटें झामुमो और एक सीट पर कांग्रेस जीती थी।
विधानसभा की इसी स्थिति में 2014 का पहला लोकसभा चुनाव विधुत वरण महतो ने झामुमो छोड़ कर भाजपा से लडा और झारखंड विकास मोर्चा के डाक्टर अजय कुमार को 99876 वोटों से पराजित किया।
अब बात करते हैं 2014 के झारखंड विधानसभा चुनाव में जमशेदपुर की सभी 6 विधानसभा सीटों के नतीजों पर—- - जमशेदपुर पूर्वी- रघुवर दास- भाजपा
- जमशेदपुर पश्चिमी- सरयू राय- भाजपा
- पोटका- मेनका सरदार- भाजपा
- जुगसलाई- रामचंद्र सहिस- आजसु+ भाजपा
- घाटशिला- लक्ष्मण टुडु- भाजपा
- बहरागोडा- कुणाल षाडंगी- झामुमो
यानि की जमशेदपुर की सभी 6 विधानसभा सीटों में से भाजपा+ आजसु गठबंधन पांच सीटों पर काबिज थी और झामुमो के पास केवल एक सीट थी।
विधानसभा की इसी स्थिति में 2019 का लोकसभा का दुसरा चुनाव विधुत वरण महतो ने भाजपा से लड़ा और झामुमो के कद्दावर नेता चम्पाई सोरेन को 3 लाख से अधिक वोटों से पराजित कर जीत दर्ज की।
अब बात करते हैं 2019 के झारखंड विधानसभा चुनाव में जमशेदपुर के सभी 6 विधानसभा सीटों के नतीजों पर– - जमशेदपुर पूर्वी- सरयू राय- निर्दलीय
- जमशेदपुर पश्चिमी- बन्ना गुप्ता- कांग्रेस
- पोटका- संजीव सरदार- झामुमो
- घाटशिला- रामदास सोरेन- झामुमो
- जुगसलाई- मंगल कालिन्दी- झामुमो
- बहरागोडा- समीर महान्ती- झामुमो
यानि की जमशेदपुर की सभी 6 विधानसभा सीटों पर भाजपा और आजसु मिलाकर शुन्य पर आ गई और इन 6 सीटों में से 4 पर झामुमो और एक सीट पर कांग्रेस और एक सीट पर निर्दलीय ने जीत हासिल की।
वर्तमान समीकरण को देखते हुए कि जमशेदपुर की सभी 6 विधानसभा सीटों पर भाजपा का सूपड़ा साफ है और भाजपा के ही बागी निर्दलीय विधायक सरयू राय ने भी इशारों इशारों में अपना समर्थन 𝙄. 𝙉. 𝘿. 𝙄. 𝘼 के संयुक्त उम्मीदवार और वर्तमान में बहरागोडा के झामुमो विधायक समीर महान्ती को दे दिया है।
सुत्रों ने यह भी बताया कि पार्टी में ही भाजपा के समर्पित कार्यकर्ताओं के बीच विधुत वरण महतो की कार्यशैली को लेकर घोर विरोध है और उससे भी बड़ी बात कि जिला भाजपा संगठन ही कई खेमों में बंट चुकी है और सभी गुट अपनी डफली अपना राग गा रहे हैं। और इसका भारी खामियाजा विधुत वरण महतो को उठाना पड़ सकता है।
सुत्रों ने यह भी बताया की नरेन्द्र मोदी के नाम पर जमशेदपुर की जनता विधुत वरण महतो को दो बार संसद भेज चुकी है, परंतु इनके खाते में उपलब्धि के नाम पर कोई बड़ा काम नहीं है जिसे लेकर ये जनता के बीच जा सकें। जमशेदपुर की जनता अबकी बार मन बना चुकी है केवल नरेंद्र मोदी की नाव पर सवारी इस बार नहीं चलेगी और स्थानीय समस्याओं के लिए मोदी जी यहाँ नहीं आएंगे।
