गोविंदपुर गिट्टी मशीन निवासी 18 वर्षीय आदिवासी नौजवान राहुल वीरूली की मौत टाटा मोटर्स की चेचिस ले जाने के क्रम में सिमडेगा क्षेत्र में हो गई गई है।
इसकी जानकारी आज रविवार को ड्राइवर साथियों को मिली है। टाटा मोटर्स प्रबंधन द्वारा घटना को दबाने का प्रयास जारी है ऐसा आरोप कन्वाई चालकों ने लगाया है।
मृतक के माता-पिता को घटना स्थल पर ले जाया गया है। संभवत कुछ दे- लेकर -दाह संस्कार एवं सारी प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी ऐसा संदेह भी कन्वाई चालकों ने जताया है।
ऐसे ही एक घटना 25 दिन पूर्व ड्राइवर सुखदेव सिंह के साथ भी घटी है।
अंतर इतना हैं कि उसे जिंदा रहने के कारण जमशेदपुर ला कर TMH में भर्ती कराया गया था, जिसे इलाज के क्रम में पंजाब भिजवा दिया गया जहां उसकी मौत हो गई।
बकौल कन्वाई चालक ऐसी सैकड़ो घटना पूरे भारत में घट रही है जिसकी जानकारी छुपा दी जाती है।
कितना गंभीर विषय है…
कन्वाई चालकों ने शक जाहिर किया है कि इन सारे खेल के पीछे टाटा मोटर की गंदी सोच है। गाड़ियों का थर्ड पार्टी इंश्योरेंस होता रहे ,फर्स्ट पार्टी इंश्योरेंस का रुपया बचता रहे, जिस क्रम में करोड़ों रुपया टाटा मोटर अपना बचा चुका है।
वहीं ड्राइवर का इंश्योरेंस ना रहने के कारण ड्राइवर के बाल बच्चे रोड पर आ गए, जिम्मेवार ट्रांसपोर्टर भी परेशान हैं।
कंवाई चालक संगठन दिनांक 1 मार्च 2024 से जिन महत्वपूर्ण मांगों को लेकर धरने पर बैठा है,उसमें इंश्योरेंस भी महत्वपूर्ण मांग है, जिसे दबाने का प्रयास लगातार जारी है।
जिला प्रशासन को पूरी जानकारी देने के बाद भी जिला प्रशासन मौन है।
