जमशेदपुर शहर का सबसे बड़ा सरकारी अस्पताल एमजीएम में आए दिनों अराजकता और अजीबोगरीब घटनाओं का घटित होना अब सामान्य बात हो चुका है| इसी कड़ी में विगत 30 जनवरी को सीतारामडेरा थाना अन्तर्गत भालुबासा स्लैग रोड स्थित बस्ती में एक परिवार ने रात्रि भोजन में ताड़का दाल और रोटी का सेवन किया| भोजन के पश्चात परिवार के तीन लोग सुमित्रा महानंद, राहुल महानंद और केसर महानंद फुड प्वायजनिंग का शिकार हो गए और सभी को एमजीएम अस्पताल में गंभीर हालत में भर्ती कराया गया|
दुसरे दिन इन तीनों में से एक मरीज 19 वर्षीय युवती केसर महानंद की इलाज के दौरान मौत हो गई| मृत्यु के पश्चात मृतका केसर महानंद का मृत्यु प्रमाणपत्र अस्पताल के चिकित्सक डा० डी० झा ने निर्गत किया| परिवार के बाकी दो लोगों की स्थिति भी चिंताजनक बनी हुई है|
इस घटना के बारे में अस्पताल प्रबंधन या परिजनों द्वारा पुलिस को सुचना ही नहीं दी गई और उससे भी बड़ी बात की बगैर पोस्टमार्टम किए मृतका केसर महानंद का अंतिम संस्कार भी कर दिया गया|
ये पुरा मामला संदिग्ध नजर आ रहा है और डा० की भुमिका संदिग्ध नजर आ रही है| इस मामले की पुलिस जांच की सख्त आवश्यकता है| अस्पताल अधीक्षक रविन्द्र कुमार से पुछने पर गोल मटोल जवाब दिया गया|
