डॉ अजय कुमार निर्दलीय लड़ेंगे जमशेदपुर से लोकसभा चुनाव…?

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डॉ अजय कुमार निर्दलीय लड़ेंगे जमशेदपुर से लोकसभा चुनाव…? ‌लोकसभा चुनाव 2024 की रणभेरी बज चुकी है और सभी राजनीतिक पार्टियों ने राजनीति के शतरंज में अपने मोहरों को सही जगह फिट करना शुरू कर दिया है| झारखंड के 14 लोकसभा सीटों पर 𝙄.𝙉.𝘿.𝙄.𝘼 गठबंधन के तहत झामुमो को 5 सीटें मिली हैं और कांग्रेस को 7 सीटें मिली है| लोहरदगा सीट कांग्रेस के खाते में गई है और वहां से कांग्रेस ने सुखदेव भगत को टिकट दिया है| जबकि बगावती रुख अपनाते हुए झामुमो के चमरा लिंडा ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का मन बना लिया है| इस तरह जमशेदपुर सीट जहां झामुमो के हिस्से में आई है और चुनावी बिल्कुल बज जाने के बाद भी झामुमो अभी तक अपने प्रत्याशी को फाइनल नहीं कर पाई है| ‌‌‌‌ लोहरदगा के तर्ज पर ही जमशेदपुर के पूर्व सांसद और धाकड़ पूर्व आईपीएस डॉक्टर अजय कुमार कांग्रेस की मौन सहमति से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ सकते हैं| डॉक्टर अजय की छवि एक नायक की तरह जमशेदपुर में मानी जाती है और अगर डॉक्टर अजय निर्दलीय भी लड़ते हैं तो जमशेदपुर का चुनावी समर बहुत ही संघर्षपूर्ण और रोचक होने जा रहा है|
भाजपा से मौजूदा सांसद विधुत वरण महतो की शिथिलता और निष्क्रियता का लाभ भी बाद अजय को मिल सकता है|

अजय कुमार निर्दलीय लड़ेंगे जमशेदपुर से लोकसभा चुनाव…? ‌लोकसभा चुनाव 2024 की रणभेरी बज चुकी है और सभी राजनीतिक पार्टियों ने राजनीति के शतरंज में अपने मोहरों को सही जगह फिट करना शुरू कर दिया है| झारखंड के 14 लोकसभा सीटों पर 𝙄.𝙉.𝘿.𝙄.𝘼 गठबंधन के तहत झामुमो को 5 सीटें मिली हैं और कांग्रेस को 7 सीटें मिली है| लोहरदगा सीट कांग्रेस के खाते में गई है और वहां से कांग्रेस ने सुखदेव भगत को टिकट दिया है| जबकि बगावती रुख अपनाते हुए झामुमो के चमरा लिंडा ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का मन बना लिया है| इस तरह जमशेदपुर सीट जहां झामुमो के हिस्से में आई है और चुनावी बिल्कुल बज जाने के बाद भी झामुमो अभी तक अपने प्रत्याशी को फाइनल नहीं कर पाई है| ‌‌‌‌ लोहरदगा के तर्ज पर ही जमशेदपुर के पूर्व सांसद और धाकड़ पूर्व आईपीएस डॉक्टर अजय कुमार कांग्रेस की मौन सहमति से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ सकते हैं| डॉक्टर अजय की छवि एक नायक की तरह जमशेदपुर में मानी जाती है और अगर डॉक्टर अजय निर्दलीय भी लड़ते हैं तो जमशेदपुर का चुनावी समर बहुत ही संघर्षपूर्ण और रोचक होने जा रहा है|
भाजपा से मौजूदा सांसद विधुत वरण महतो की शिथिलता और निष्क्रियता का लाभ भी बाद अजय को मिल सकता है|

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