अश्लील वीडियो चैट के आरोपित मंत्री जी और नाबालिग के साथ बलात्कार के आरोपित मंत्री बन्ना गुप्ता के भाई के रहते जमशेदपुर पश्चिम की महिलाएं कितनी सुरक्षित….?
2 साल पहले झारखंड राज्य के स्वास्थ्य मंत्री और जमशेदपुर पश्चिम के विधायक श्रीमान बन्ना गुप्ता ने 26 जनवरी 2022 को गणतंत्र दिवस समारोह के राजकीय आयोजन में जिले के तमाम वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों और आम जनता के समक्ष अपने संबोधन में मुख्य अतिथि के हैसियत से कहा था कि मैं झारखंड राज्य और अपने शहर में ऐसी प्रशासनिक व्यवस्था स्थापित करना चाहता हूं कि रात के 12:00 बजे भी महिलाएं निर्भीक होकर शहर के सड़कों पर घूम सके।
अपने कथन को ही धराशाई करते हुए मंत्री बना गुप्ता स्वयं सेक्स वीडियो चैट के आरोपित हो गए । यह मामला मीडिया की सुर्खियां बना और मंत्री जी ने किसी तरह मामले को संभालते हुए कांग्रेस आलाकमान को समझाने में सफल हो गए कि वह इस डैमेज को कंट्रोल कर लेंगे। दरअसल कांग्रेस आलाकमान के पास कोई और चारा भी नहीं था ,क्योंकि बन्ना गुप्ता कोल्हान से इकलौते कांग्रेसी विधायक थे ।
इस मामले को लेकर आयोजित संवाददाता सम्मेलन में बन्ना गुप्ता ने इसे अपने खिलाफ षडयंत्र करार दिया और इस मामले की 𝙁𝙎𝙇 जांच कराने की घोषणा की।
परंतु महीनों बीत जाने के बावजूद उस 𝙁𝙎𝙇 रिपोर्ट का क्या हुआ ,इस प्रश्न का उत्तर मंत्री जी के पास नहीं है।
बेहतर होता विधानसभा चुनाव 2024 में उतरने से पहले बन्ना गुप्ता जनता के सामने 𝙁𝙎𝙇 रिपोर्ट की जांच को रखकर अपने को बेगुनाह साबित कर पाते ।
और आम जनता को यह विश्वास दिला पाते कि उन पर लगाए गए आरोप उनके विरोधियों की साजिश का हिस्सा था ।
ऐसा नहीं होने की स्थिति में बन्ना गुप्ता की छवि आज भी संदेह के घेरे में है ,क्योंकि अपने चुनाव क्षेत्र में वह जहां भी वोट मांगने जाएंगे उन्हें शक की नजर से ही देखा जाएगा ।
दूसरी ओर बन्ना गुप्ता के सगे भाई गुड्डू गुप्ता का जीवन भी विवादित रहा है । शहर के सनसनीखेज मामलों में से एक “सहारा सिटी” के नाबालिग लड़की के साथ बलात्कार करने के मामले में गुड्डू गुप्ता भी आरोपित हैं और यह मामला आज भी न्यायालय में लंबित है ।
जमशेदपुर पश्चिम विधानसभा क्षेत्र में लेखक ने जब मतदाताओं से बात की तो उन्होंने दबी जुबान से कहा कि बन्ना गुप्ता और गुड्डू गुप्ता दोनों सगे भाई हैं और एक ही परिवार के दो लोगों पर अलग-अलग मामले उछले महिलाओं के साथ अनैतिक व्यवहार के, तो यह बात संदेह को जन्म देती है ।
एक विद्यालय की शिक्षिका ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि ऐसे मामलों में बन्ना गुप्ता ,गुड्डू गुप्ता का नाम आने के बाद उन्हें गुप्ता परिवार से डर लगने लगा है। देखने वाली बात होगी कि बन्ना गुप्ता अपने क्षेत्र की महिलाओं को अपने और अपने भाई के आचरण पर लगे आरोपों पर किस तरह भरोसा दिला पाते हैं।
अन्यथा महिला वर्ग में संशय की स्थिति है बन्ना गुप्ता और गुड्डू गुप्ता के नैतिक आचरण को लेकर।
