नक्सलियों द्वारा वसूले जाने वाले “लेवी” के तर्ज पर साकची बसंत टॉकीज के सामने स्थित पार्किंग में लगने वाले सब्जी मंडी के गरीब दुकानदारों से ठेकेदार वसूल रहा “लेवी”…..
जिला प्रशासन मौन तो जिम्मेदार कौन….?
जमशेदपुर शहर के केंद्र में स्थित साकची की बसंत टॉकीज के सामने वाली पुरानी क्वार्टर्स को तोड़कर टाटा स्टील ने साकची को जाम मुक्त बनाने के उद्देश्य से एक बड़े पार्किंग का निर्माण कराया। इस विशाल पार्किंग एरिया का हैंडओवर 𝙅𝙉𝘼𝘾 को करने के बाद 𝙅𝙉𝘼𝘾 ने अपना काम करते हुए पार्किंग का टेंडर करवाया।
वर्तमान में इस पार्किंग का ठेका “शैल कंस्ट्रक्शन” के नाम है, जिसके कर्ताधर्ता बिष्टुपुर एचडीएफसी बैंक में कार्यरत आशुतोष सिंह हैं।
इस पार्किंग एरिया में सुबह 4:00 बजे से 9:00 बजे तक गरीब सब्जी विक्रेताओं की मंडी लगती है। ये गरीब सब्जी विक्रेता शहर के सुदूर ग्रामीण क्षेत्र से अपने खेत में मेहनत से उगाए हुए मौसमी सब्जियां की बिक्री हेतु सुबह-सुबह 50 किलोमीटर से ज्यादा की यात्रा कर व्यावसायिक मालवाहक गाड़ियों में सवार होकर इस मंडी में आते हैं और अपने सब्जियों की बिक्री करते हैं। इस मंडी के गुलजार होने के बाद असली खेल शुरू होता है ठेकेदार द्वारा पाले गए गुंडों का।
नक्सलियों द्वारा वसूले जाने वाले “लेवी” के तर्ज पर ठेकेदार के यह गुंडे वसूलते हैं इन गरीब सब्जी विक्रेताओं से गुंडा टैक्स।
सूत्रों ने बताया कि प्रतिदिन की वसूली की यह हर रकम 50000 रुपये के करीब है और महीने के लगभग 15 लाख के करीब होती है
और सालाना करीब 1 करोड़ 80 लाख रुपए इन गरीब सब्जी दुकानदारों से ठेकेदार द्वारा वसूले जाते हैं “लेवी” के रूप में।
जिला प्रशासन को अविलंब इस शोषण को रोकने के लिए कड़े कदम उठाने चाहिए और अपने मौन व्रत को तोड़ना चाहिए।
