जमशेदपुर शहर का नाम देश के महान उद्योगपति और राष्ट्र कल्याण में अपना जीवन समर्पित करने वाले स्व० श्री जे० एन० टाटा के नाम पर पड़ा| टाटा घराने को अपनी कंपनी स्थापित करने के लिए यह शहर सबसे मुफीद लगी और तत्कालीन अंग्रेज सरकार से इस शहर का लीज लेकर अपनी कंपनी को स्थापित किया| इस देश के विकास और उत्थान में टाटा घराने का योगदान अतुलनीय और गौरवशाली है| कालांतर में इस विकासशील शहर ने विकसित शहर बनने तक का सफर टाटा समूह की भविष्यद्रष्टा और लगनशील सोच की बदौलत हासिल किया| वर्तमान में यह 🌇शहर महानगर का रुप लेने की ओर अग्रसर है|
वर्तमान में देश के लगभग सभी अग्रणी राष्ट्रीय समाचार पत्र के कार्यालय, स्थानीय अखबार के कार्यालय🏢 सहित तमाम इलेक्ट्रॉनिक न्यूज़ चैनल के कार्यालय शहर में कार्यरत हैं| प्रतिष्ठित “दैनिक जागरण” ने शहर में करीब अठारह वर्षों तक लाखों रुपए मासिक किराया देकर अपना कार्यालय चलाया| शहर का सर्वाधिक प्रसारित दैनिक “प्रभात खबर” आज भी लाखों रुपए किराया देकर अपना कार्यालय चला रहा है| उसी तरह राष्ट्रीय पहचान रखने वाले प्रतिष्ठित अखबार “दैनिक भास्कर” भी लाखों रुपए किराया देकर अपना कार्यालय चला रहा है| अग्रणी और लोकप्रिय अखबार “हिंदुस्तान” भी लाखों रुपए किराया देकर अपना कार्यालय चला रहा है| इसके अलावा कई स्थानीय स्तर पर प्रकाशित होने वाले अखबार भी किराया देकर अपने अस्तित्व को बचाने की जद्दोजहद के साथ किराया देकर अपना कार्यालय चला रहे हैं| ये सभी अखबार सरकार द्वारा आदेशित सभी मापदंडों का पालन करते हैं और इन सभी अखबारों की शहर में प्रतिदिन औसत तीन लाख प्रतियां छप कर इस शहर के निवासियों के हाथों में पहूंचती है और इसके बावजूद ये सभी अखबार किराया देकर अपना कार्यालय चला रहे हैं, परंतु एक गैर निबंधित मीडिया (स्वघोषित) को टाटा स्टील ने कार्यालय चलाने के लिए एक बड़ा क्वार्टर दिया है, जिसका पता कावेरी रोड, क्वार्टर संख्या 𝙇2/1, नियर जुबली पार्क मेन गेट, साकची है| इस अपारदर्शिता की वजह टाटा स्टील प्रबंधन को बताना चाहिए कि राष्ट्रीय स्तर के प्रतिष्ठित अखबारों के साथ ऐसा सौतेला व्यवहार क्यों और एक गैर निबंधित मीडिया संस्थान के ऊपर इतनी कृपादृष्टि क्यों?
