अभिभावक तुल्य क्रिकेट प्रशिक्षक गुरू श्री राजीव नायर ध्वजारोहण किए साथ में सम्मानित अतिथि श्री वेकंट राम, श्री उज्जवल दा, श्री विनोद जी, नन्दू पटेल जी, श्री शेष नाथ पाठक जी एवं “CAJ” प्रशिक्षण संस्थान के उदीयमान क्रिकेटर उपस्थित थे!
स्वतंत्रता दिवस के शुभ अवसर पर श्री राजीव नायर ने अपने संबोधन में भारत कैसे विश्व गुरु बनेगा और भारत का अर्थ क्या है? इस पर प्रकाश डाले और सभी को स्वतंत्रता दिवस की बधाई एंव उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएँ दी! अपने संबोधन में भारत को परिभाषित करते हुए कहा
भारत शब्द दो शब्दों से मिलकर बना है! भा और रत! भा अर्थ ज्ञान रूपी प्रकाश की खोज और रत का अर्थ निरंतर ज्ञान की खोज में लगा हुआ व्यक्ति! अर्थात विश्व के किसी भी भूखंड में ज्ञान की खोज में लगा व्यक्ति भारत है, भारत तभी विश्व गुरु बन सकता है जब हम सभी भारतीय प्रण ले हम अनुशासित रहेंगे और अपने आस-पास के वातावरण को स्वच्छ रखेंगे!



