वर्तमान विधायक पर भारी पूर्व विधायक…
सरयू राय अब तक नहीं खुलवा सके पूर्व मंत्री बन्ना गुप्ता के घर के सामने वाली बंद सड़क को…..
झारखंड विधानसभा 2024 निर्विघ्न रूप से संपन्न हो गया। हेमंत सोरेन की सरकार सत्ता संभाल चुकी है।
चुनाव में राजनीतिक दलों द्वारा भी और एक दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों द्वारा भी एक दूसरे के विरुद्ध जमकर आरोप प्रत्यारोप लगाए गए। चुनावी वादे किए गए। मतदाताओं के नब्ज टटोल टटोल कर रणनीति बनाई गई।
अपनी कमियों को ढकते हुए सामने वाले को उधेड़ा गया। इन सबके बीच जनता को रिझाने वाले नारे खुब लगे। जनता के लिए मनभावन चुनावी वायदों वाले गुब्बारे छोड़े गए।
इसी बीच जमशेदपुर पश्चिम से जनता दल यूनाइटेड के टिकट पर भाजपा के साथ गठबंधन कर सरयू राय ने चुनाव लड़ा और जीत भी हासिल की। सरयू राय के चुनावी वायदों में सबसे ऊपर पूर्व मंत्री बन्ना गुप्ता के घर के सामने वाली बंद सड़क को खोलने की थी। 23 नवंबर 2024 को मतगणना में विजय घोषित होने के 2 दिन बाद ही सरयू राय अपने समर्थकों के साथ उक्त स्थल पर पहुंचे और जुस्को के लैंड विभाग के अधिकारियों को बुलावा भेजा।
लैंड विभाग के अधिकारियों ने सरयू राय को गोल मटोल जवाब देकर वहां से विदा किया और लगभग एक महीना बीत जाने के बाद भी उस सार्वजनिक सड़क को बंद करने के लिए खड़ी की गई दीवार अपनी जगह पर खड़े होकर जोर-जोर से हंस रही है। सूत्रों ने बताया कि 75 वर्षीय (लगभग) जमशेदपुर पश्चिम के विधायक पर उम्र का असर साफ दिखने लगा है और विधायक सरयू राय कुछ थके थके से लगने लगे हैं।
बहरहाल देखने वाली बात होगी कि उस बंद पड़ी सड़क को खुलवाने का चुनावी वायदा केवल वायदा बन कर रह जाएगा या फिर वह सड़क फिर से आम जनता के परिवहन के लिए उपयोग में आ सकेगी, यह तो समय बताएगा।
नोट — सूत्रों ने यह भी बताया कि जमशेदपुर पश्चिम के पूर्व विधायक और पूर्व मंत्री बन्ना गुप्ता ने भी उस मार्ग को फिर से नहीं खुलने देने के लिए अपना पूरा जोर लगा रखा है। बन्ना गुप्ता चुनाव भले ही हार गए हैं परंतु झारखंड में हेमंत सोरेन के नेतृत्व में झामुमो और कांग्रेस गठबंधन की ही सरकार है। और बन्ना गुप्ता के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से व्यक्तिगत रूप से मधुर संबंध हैं।

