आज दोपहर से जमशेदपुर शहर ने अद्भुत नजारा देखा| शहर की जीवनदायिनी कही जाने वाली स्वर्णरेखा नदी ने अचानक से झाग उगलना शुरू कर दिया और देखते ही देखते लाखों की संख्या में मछलियाँ मृत होकर पानी में उतराने लगी और उन मृत मछलियों को इकठ्ठा करने के लिए लोगों में होड़ लग गई| संभावना है कि नदी में प्रदुषण का स्तर बढने से ऐसा हुआ|
इस नदी को जमशेदपुर शहर का लाइफलाइन कहा जाता है और और झारखंड सरकार के एक वर्तमान मंत्री और एक पूर्व मंत्री द्वारा गंगा आरती की तर्ज पर स्वर्णरेखा नदी की आरती की शुरुआत की गई थी और आज इस नदी की सुधी लेने वाला कोई नहीं है|
