इंटक एवं काग्रेंस के नेता अरुण कुमार सिंह ने कहा कि कोर्ट के फैसले जो अस्थायी मजदूरों के लिए जो हुआ है उसे टाटा मोटर्स प्रबंधन जमशेदपुर को सअक्षर पालन करनी चाहिये। टाटा साहब का उसूल रहा है कि टाटा कम्पनी कानून का आदर सम्मान करती हैं।कम्पनी के VP श्री विशाल बादशाह एवं प्लांट हेड श्री रबिन्द्र कुलकर्णी जी ने जो VRS में कहा था उसे पालन कर रोक लगा कर अपनी कुशलता का परिचय दिया जो काबिले तारीफ हैं। अस्थायी से स्थायी पर श्रमायुक्त एवं उपश्रमायुक्त से बातचीत कर शीघ्र कैसे स्थाईकरण करनी है इस पर फैसला लेनी चाहिये।प्रत्येक वर्ष सैकड़ों लोग अवकाश ग्रहण करते जा रहे हैं। टाटा मोटर्स जमशेदपुर मदर प्लांट का इज्ज़त सम्मान प्रबंधन को करनी चाहिए। यहाँ के अस्थायी टाटा मोटर्स जमशेदपुर के आश्रित लड़के लड़कियों एवं दामाद हैं इसलिए इसी प्लांट में स्थाईकरण होनी चाहिये। दूसरे प्लांटो में भेजने की बात प्रबंधन गैर जिमेरना वाली बात कर रही है। स्थानीय विधायक, सांसद, पार्टी अध्यक्ष को भी इस पर कुछ बोलना चाहिए। चुपी क्यो विधायक, सांसद बनने वाले लोग की भी बोलनी। क्योंकि ये ही 2800-3000 अस्थायी कर्मचारियों को टाटा मोटर्स जमशेदपुर में स्थायी करने हेतु रांची हाई कोर्ट झारखंड से आर्डर लाने वाले खुद अस्थायी कर्मचारी रहते हुए अपना एडवोकेट रहते हुए अपने काबिलियत के कारण लाये है।अरुण कुमार सिंह के साथ ऑफिसर जावेद एडवोकेट चाय पर चर्चा करते एवम अनुभव का लाभ और आशिर्वाद लेते हुए ।
