ठाकुर प्यार सिंह धुरंधर सिंह क्लब के द्वारा आयोजित किए गए भव्य दुर्गा पूजा पंडाल में आज भक्तजनों की जबरदस्त भीड़ हुई ,क्योंकि विजया दशमी को लेकर सभी लोग अपने-अपने परिवार के सदस्यों के साथ घूमने निकले थे ।
इसी बीच इस भीड़ में कुछ असामाजिक तत्वों का भी प्रवेश हुआ और शराब के नशे में ,मादक पदार्थों के नशे में और साथ ही साथ अनैतिक कार्य करने के नशे में युवकों के एक समूह ने, जिसका नेतृत्व धर्मेंद्र यादव नामक युवक कर रहा था, मेले में गोलगप्पे खाने के बाद इन लोगों ने पैसे देने से मना किया ।
इसके बाद गोलगप्पे वाले ने अपने पैसे मांगे तो उन लोगों ने उसे बुरी तरह से मारा और उसे उस्तुरा और चाकू का प्रयोग करते हुए भीड़ में किसी की भी परवाह किए बिना इन असाामाजिक तत्वों ने अपने बाहुबल का खुलेआम प्रदर्शन किया।
शोर होने पर क्लब के अधिकारियों ने तुरंत वरीय आरक्षी अधीक्षक को फोन पर इस घटना की सूचना दी और जल्द से जल्द घटनास्थल पर पुलिस बल भेजने की गुजारिश की।
आश्चर्य की बात है कि हजारों की भीड़ इस मेले में मौजूद थी और इन असामाजिक तत्वों के झुंड ने बेखौफ होकर जिस तरह उस्तुरा और ब्लेड का प्रयोग किया और घटनास्थल पूरी तरीके से खून से लाल हो गया, उसे लेकर कई तरह के प्रश्न खड़े होते हैं।
कि ऐसे लोगों को क्या प्रशासन का भय नहीं है?
ऐसे लोगों को संरक्षण कौन दे रहा है?
या ऐसे लोगों के मन में पुलिस को लेकर के कोई डर नहीं है?
ऐसी घटना और वह भी इस तरह की भारी भीड़ में होना कई तरह के सवालों को जन्म देता है।
यह देखने वाली बात होगी कि प्रशासन ऐसे असामाजिक तत्वों के खिलाफ कितना कठोर कार्रवाई करता है ताकि ऐसे गुंडा तत्वों के मन में पुलिस प्रशासन और समाज का खौफ कायम रह सके।
