महाकुंभ (प्रयागराज) के लिए टाटा से खुलने वाली यात्री बसों के मालिक वसूल रहे मनमाना किराया….

1 min read

महाकुंभ (प्रयागराज) के लिए टाटा से खुलने वाली यात्री बसों के मालिक वसूल रहे मनमाना किराया….
प्रशासन की कृत्रिम अनभिज्ञता और हिंदुत्व वादी संगठनों की लापरवाही की सजा भुगत रहे भोले भाले श्रद्धालु…..
जमशेदपुर बस ओनर एसोसिएशन और बस मालिकों की मिलीभगत से प्रयागराज जाने वाली यात्रियों से शहर के एक मात्र मानगो बस स्टैंड से खुलने वाली गाड़ियों में सफर करने वाले यात्रियों से सारे नियमों और कायदों को ताक पर रखते हुए मनमाना किराया वसूला जा रहा है।
वर्तमान में आस्था के महासंगम में डुबकी लगाने प्रयागराज जाने वाले यात्रियों को लेकर प्रतिदिन करीब 20 यात्री बसें रवाना हो रही हैं।
इन बसों में रोशन, नटराज, शिव शक्ति, सिंह, रग्बी, उड़नपरी और मां शांति जैसी बसें शामिल हैं।
हालांकि ऑनलाइन रेड बस में जांचने पर मात्र 8 से 9 बसें दिखाई दे रही हैं, परंतु वास्तविकता में 20 से ज्यादा बसें प्रतिदिन यहां से प्रयागराज के लिए यात्रियों को लेकर रवाना हो रही हैं, जिनमें केवल मां शांति की ही चार बसें हैं। टाटा से प्रयागराज की सड़क मार्ग से दूरी लगभग 670 किलोमीटर है, और रेल मार्ग से दूरी करीब 709 किलोमीटर है। ध्यान देने वाली बात यह है कि टाटा से सिवान जाने वाली ए सी बस का प्रति व्यक्ति किराया लगभग ₹1000 है।
जिसकी सड़क मार्ग से दूरी लगभग 700 किलोमीटर है। परंतु टाटा से प्रयागराज की सड़क मार्ग से दूरी करीब 670 किलोमीटर होते हुए भी प्रति यात्री से अमानवीय रूप से ढाई हजार रुपए से ₹3000 तक वसूला जा रहा है।
बस मालिकों के इस मनमानी पूर्ण रवैया को श्रद्धालु मजबूरी वश सहने को विवश हैं।
सूत्रों ने बताया कि इस अवैध वसूली का विरोध करने पर श्रद्धालुओं के साथ बस मालिकों और एजेंटों द्वारा अपमानजनक व्यवहार किया जाता है।
सूत्रों ने यह भी बताया कि इस अवैध वसूली की पूरी जानकारी संबंधित सीताराम डेरा थाना को है और सीताराम डेरा थाना ने इस आमानवीय कृत्य की ओर से जानबूझकर अपनी नजरों को फेर रखा है। इसका कारण तो संबंधित अधिकारी ही बता सकते हैं। नोट:- जमशेदपुर पूर्वी और जमशेदपुर पश्चिम विधानसभा की दोनों सीटों पर भाजपा गठबंधन के विधायक हैं।

You May Also Like

More From Author