टाटा मोटर्स के स्थाई कर्मचारी स्व० राकेश रौशन के मृत शरीर पर दावे को लेकर नय ट्विस्ट… पहली पत्नी भी उतरी मैदान में और ठोका अपना दावा….

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जमशेदपूर व्यवहार न्यायालय के अधिवक्ता और टाटा मोटर्स के स्थाई कर्मचारी स्व० राकेश रौशन की मृत शरीर पर किसका दावा सही है, आज मृत्यु के चौथे दिन भी इसका फैसला नहीं हो सका| हालांकि नियम के तहत टाटा मोटर्स के कर्मचारी रहते हुए वे जमशेदपुर बार के सदस्य नहीं रह सकते थे, इसलिए बार ने उन्हें 2020 में सदस्यता सुची से हटा दिया था और वर्तमान में तकनीकी रूप से वो बार के सदस्य नहीं थे| बावजूद इसके राकेश रौशन को न्यायालय के परिसर में चैंबर नंबर 12 आवंटित किया गया था और ये जांच का विषय है| इस मामले में बार की क्या प्रतिक्रिया रहेगी ये कल सोमवार को पता चल पाएगा| 29.11.22 को मस्तिष्काघात होने पर सहयोगियों ने पहले उन्हें टाटा मोटर्स अस्पताल में दिन के 1:19 बजे भर्ती करवाया था परंतु स्थिति बिगडने पर शाम को संध्या 7:32 पर टाटा मोटर्स अस्पताल से निकाल कर टाटा मुख्य अस्पताल में भर्ती करवाया गया था| मृतक टाटा मोटर्स का स्थाई कर्मचारी था, जिसका 𝙈. 𝙄. 𝘾. 𝙉𝙤–385196 था| कंपनी रिकॉर्ड के अनुसार मृतक की उम्र 55 वर्ष थी|

इस बीच राकेश रौशन के मृत शरीर और संपत्ति के वर्चस्व को पहली पत्नी की विवाहित बेटी प्राची और कथित दुसरी पत्नी सोनी के बीच चल रहे लड़ाई में एक नया मोड़ आने की सुचना है| मृतक की पहली पत्नी की मृत्यु की दोनों पक्षों द्वारा उड़ाई गई अफवाह को धता बताते हुए कल पहली पत्नी और प्राची की माँ के भी अस्पताल पहुंचने की संभावना है|

अब ये देखना होगा कि प्रशासन और प्रबंधन किसे सही दावेदार मानता है और चार दिनों से सड़ रही लाश के लिए किसे सही और योग्य उम्मीदवार मानता है|

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